Wednesday 2 November 2011

सोच जिनकी अपंग होती है....aadil rasheed


दोस्तों काफी वक़्त से आप तक कोई नयी पोस्ट नहीं पहुँच सकी कारण था मेरे सारे ब्लॉग जो इस  id  aadil .rasheed1967 @gmail.com  से  बने  थे  वो डीलीट कर दिए गए है कमाल ये है के मुझे पता चल चुका है के किस ने डीलीट किये हैं उसका आई पी भी पता चल गया है जल्द ही उस पर कानूनी प्रक्रिया की जायेगी 


मैं आभारी हूँ श्री राजीव भरोल का जिन्होंने मेरी सहायता की मेरे जो लेख वहां थे वो सब उन्होंने कैसे कॉपी कर के पहुंचाए ये तो वो ही जान सकते हैं उनका मैदान है वो अमेरिका में ओर्कल मे कार्य करते हैं दक्ष हैं उनकी मदद से मुझे मेरी रचनाएँ मिल गयीं तथा  संसार में अच्छे लोग जियादा हैं इस बात पर मेरा विस्वास और जियादा मज़बूत हुआ है


जिसने डीलीट किये हैं वो कविमना दिमाग से अपाहिज हो चूका है  वो मुझसे और क़ानून से तो बेशक छुप जाए लेकिन अपने ज़मीर से कैसे छुपेगा.उसका ज़मीर उसको आज भी परेशान कर रहा होगा और हर रात सोने से पहले उस से यही सवाल पूछेगा के उसको क्या मिला ऐसा कर के क्यूँ के मुझे तो मेरी सामग्री मिल गई और जो मुझे पढ़ते हैं मुझसे प्रेम करते हैं वो लोग दोबारा फिर मुझ से जुड़ गए हैं और जो रह गए हैं रफ्ता रफ्ता वो भी जुड़ जायेंगे 
लेकिन उस से तो साइबर अपराध हो गया और जिस दिन ये भेद खुलेगा उस दिन वो समाज का सामना कैसे करेगा जिसके सामने वो एक कविमना का मुखोटा लगा कर आता है 


स्टीव जोब्स ने कभी किसी की साईट हैक नहीं की उसने भले छोटी उम्र पाई लेकिन सदियों पर भारी है उसकीउम्र .   रहती दुनिया तक लोग उसको याद करेंगे  कम से कम उस को स्टीव जोब्स की  जीवनी एक बार तो "दिल से " पढनी चाहिए 
कमाल (नीचता)की हद ये है के वो इस कायरता को अपने चमचों चम्चियों में बड़े फख्र से बताते भी होंगे के देखो मैं ने उसका ब्लॉग हैक कर दिया उसकी साईट हैक कर दी/डीलीट कर दी इस पर मैं तो एक बात कहता हूँ के 
"किसी को धोका देने के बाद ये नहीं सोचना चाहिए के आप चालाक कितने हैं बल्कि ये सोचना चाहिए के धोका खाने वाला आप पर कितना यकीन करता था"
आप इस बात का चर्चा करके अपनी महानता नहीं कायरता का बखान कर रहे हो  
 मुझे अपने करम फरमा मरहूम (स्वर्गीय) अहमद कमाल परवाज़ी का ये मतला आज बहुत याद आया 


जो ज़ख्म दे गए उन्हें गहरा तो मत करो
हम बेवकूफ हैं कहीं चर्चा तो मत करो


और अपने बहुत पुराने शेर आज बहुत याद आये 


 सोच जिनकी अपंग होती है 
 ऐसे लोगों का कुछ इलाज नहीं


अपाहिज सोच के मालिक हैं जितने 
उन्हें कुछ भी कहो मानव न कहना 


ऐसे अफाहिज सोच के लोगों को अगर आप सच बताना भी चाहो, समझाना भी चाहो तो वो सच स्वीकार नहीं करते बलके हक बयानी (सच बोलना) करने वालों को लिस्ट से ही डीलीट कर देते हैं 
उनके लिए मैं ने एक शेर कहा था 
ख्याल रखना ज़रा सी भी हकबयानी की
वो अपनी लिस्ट से तुमको डीलीट कर देगा 



मैं उसे मुज़फ्फर हनफी का ये शेर भी नहीं सुनाऊंगा

''आइना खाने मेरा चेहरा मुझे वापस कर 
वरना मैं हाथ बढ़ा सकता हूँ पत्थर की तरफ,,


क्यूँ के मैं अपनी ही किसी चीज़ को भीक में नहीं मांग  सकता हाँ कानून की शरण में ज़रूर जाऊंगा और जब वो मेरे ब्लॉग वापस कर देगा उसके बाद भी मैं उस पर कभी लिखूंगा कुछ नहीं लेकिन उससे ब्लॉग वापस ज़रूर लूँगा चाहें उस के लिए कितनी ही दूर क्यूँ न जाना पड़े क्यूँ के अब ये लड़ाई सत्य और असत्य की है सत्य असत्य की लड़ाई में सत्य सदा से ही असत्य को बेनकाब करता आया है मुझे विश्वास है यहाँ भी सत्य ही विजयी होगा.

दोस्तों आप लोगों का प्यार ही मेरी शक्ति है
और जो लोग तकनीकी रूप से निपुण हैं उनको लिखना चाहिए के कैसे हम अपने ब्लॉग को सुरक्षित कर सकते हैं 
अंत में एक बार फिर आपको कष्ट के लिए खेद  
सत्यमेव जयते 
आदिल रशीद 

12 comments:

  1. आदिल साहब, ऐसे ही एक महान व्यक्ति से हमारा भी सामना हुआ है जिसने हमारी सालों की मेहनत को डिलीट करने में एक मिनट का भी वक़्त नहीं लगाया। विश्वास करके अपनी साइट उसके हवाले कर दी और ईश्वर के नेक बंदे ने विश्वास की ऐसी वाट लगायी कि हम तो किसी से कहते हुये भी झिझकते हैं वरना लोग कभी किसी पर भरोसा नहीं कर पायेंगे। भगवान सद्बुद्धि दे ऐसे कुत्सित दिमाग वाले पढ़े लिखे अहमकों को...

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  2. Adil bhai, dont you know the procedure for getting copyright? Dont worry, I will give you the form/proforma, address, route & procedure info to get copyright. Whenever you have a significant collection/work, apply for copyright. Its simple, easy and inexpensive.

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  3. आदिल जी बहुत दुःख हुआ सुनकर पर इस बात की ख़ुशी हुई की आपने पता लगा लिया जिसने ऐसा काम किया है! आपने इतनी मेहनत करके अपने ब्लॉग पर ढेर सारे पोस्ट किए और एक पल में कोई उसे मिटा दे तो सच में उससे बड़ा दुःख और कुछ भी नहीं हो सकता!

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  4. सत्य की हमेशा विजय हुई है...देर भले ही लगे...इस बार भी सत्य की ही विजय होगी

    नीरज

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  5. Aadil sahab,
    aapka blog aapko wapas mil gaya bahut khushi ki baat hai. jis kisi ne bhi kiya hai bhale log jaan na paaye lekin khud akele mein zaroor sharminda hota hoga. apni kavitaaon ka print hamne bhi nikaal liya hai kya pata kal ko mere blog ka bhi aisa hin hashra na ho, aur computer ka takniki gyaan mujhe bilkul bhi nahin. aapke is ghatna ke baad main bhi saawdhaan ho gai hun. blog ki suraksha ke liye khaas prakriya ho to mujhe bhi zaroor batayenge. shubhkaamnaayen.

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  6. सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। आपके संघर्ष में हमलोग साथ हैं। जरा भी विचलित नहीं होना है।

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  7. bade shatir log hote hain duniya men. magar bhale log bhi kam naheen . ab aap lag jaiye naye sire se..anant shubhkamanayenn...

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  8. निश्चित सत्य ही विजयी होगा...शुभकामनाएँ.

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  9. इस तरह सृजन रुक नहीं सकता. जिसने भी ऐसा किया, वो भाई क्या हासिल करना चाहता है, समझ से परे है. ऎसी घटनाएँ अन्य मित्रों के साथ भी हो रही हैं, पर औचित्य से परे हैं.

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  10. आदिल साहब,
    दुनिया हर तरह के लोगों से भरी हुई है...पर खुशी की बात यह है कि आप की रचनाएँ आप को वापस मिल गई । मेरी शुभकामनाएँ...।

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  11. बुराई बहुत दिनों तक परेशान तो करती है पर उसकी उम्र ज्यादा नही होती ।

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  12. शुक्र है आपको आपकी रचनाएँ वापस मिल गई | बधाई | बाकि सब चीज़ों को भाड़ में झोंकिये साब | गन्दी सोच वाला हमेशा वैसा ही रहेगा | ऐसों के चलते हम खुद को गन्दा तो करेंगे नहीं |

    Tamasha-E-Zindagi
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